आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर इटावा में ट्रैक्टर रैली के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. ट्रैक्टर रैली के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की सरकार ने किसानों का डेथ वारंट बिना बहुमत के पास कर दिया है, जिसका विरोध देश के किसान कर रहे हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि किसानों का धान 1868 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा गया जबकि किसानों को अपना धान 900, 1000 और 1100 रुपए प्रति क्विंटल बेचना पड़ा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लोगों को नाक और मुंह बंद करना पड़ा, लेकिन पता नहीं बीजेपी को कौन सी बीमारी आई जिससे ये लोग आंख और कान बंद किए हुए हैं. यादव ने कहा कि बीजेपी के लोगों को झूठ और नफरत फैलाते हैं. जात-धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम कह रहे हैं कि प्रदेश में 14 करोड़ लोगों को नौकरी दे दी गई, लेकिन मुख्यमंत्री इटावा ,सैफई, मैनपुरी और फिरोजाबाद के लोगों से नफरत करते हैं. यूपी में उनकी कार्रवाई देखकर हमें नहीं लगता कि वो योगी हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री लैपटॉप नहीं चला पाते, इसलिए उन्होंने लैपटॉप नहीं बांटे. ये लोग झूठ बोलकर राजनीति करने वाले लोग हैं, इनसे अच्छा झूठ कोई नहीं बोल सकता. नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि, कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कहा गया लेकिन हम बधाई देते हैं पंजाब के किसानों को कि उन्होंने सरकार की एक नहीं चलने दी और वह डटे रहे और आज भी आंदोलन कर रहे हैं. हम सपा के लोग उनका पूरा समर्थन करते हैं. ट्रैक्टर रैली में सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि नए कृषि कानून प्रायोजित हैं और किसान का कोई बेटा ऐसे कानून नहीं बना सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि, ”आज पूरे देश पर मुट्ठी भर लोगों का कब्जा कराया जा रहा है. ये सरकार देश के कुछ चुनिदा लोगों के लिए काम कर रही है और 125 करोड़ से ज्यादा लोगों को बेवकूफ बना रही है.”