नई दिल्ली: कांग्रेस के अलावा अठारह अन्य पार्टी भी नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. विपक्ष एकजुट हो चुका है. विपक्ष के ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बिना भवन का उद्घाटन करने का निर्णय राष्ट्रपति के उच्च पद का अपमान करना है. विपक्षी पार्टी ने मोदी सरकार पर राष्ट्रपति मुर्मू को दरकिनार करने का आरोप लगाया.
विपक्षी पार्टी एकजुट है तभी तो 19 पार्टी ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को बहिष्कार किया है. इसको लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ये ऐतिहासिक क्षण है. इसमें राजनिती नहीं करनी चाहिए. बहिष्कार कर एक बिना-बात का मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं उनसे अपने इस निर्णय पर फिर से विचार करने की अपील करूंगा और कृपया कर इसमें शामिल हों. स्पीकर संसद का संरक्षक होता है और स्पीकर ने प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है.
कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये राष्ट्रपति और भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को कमज़ोर करता है. आप लोकतांत्रिक सिद्धांतों और प्रोटोकॉल को कमज़ोर कर रहे हैं इसलिए कांग्रेस पार्टी ने सभी समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों से बात की और वह इस कार्यक्रम को बहिष्कार करने के लिए तैयार हुए. अगर राष्ट्रपति नए संसद भवन का उद्घाटन कर रही हैं तो आप (प्रधानमंत्री) एक मुख्य अतिथि के रूप में वहां मौजूद रह सकते हैं लेकिन आप उनकी (राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति) मौजूदगी नहीं चाहते.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि नई संसद के उद्घाटन में देश की राष्ट्रपति को नहीं आमंत्रित करना, ये आदिवासी समाज, दलित समाज, पिछड़े समाज का अपमान है और ये प्रदर्शित करता है कि बीजेपी की मानसिकता आदिवासी, दलित और पिछड़ा विरोधी है, वरना संसद के उद्घाटन में अगर आप राष्ट्रपति को ही नहीं बुला रहे हैं तो फिर आप क्या संदेश देना चाहते हैं? आप पार्टी इस कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी और हम लोग इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.
डीएमके की उप महासचिव कनिमोझी ने कहा कि वो सही तरह से नहीं किया जा रहा और जो तरीका अपनाया जाना चाहिए वह नहीं अपनाया जा रहा इसलिए विपक्षी दलों ने बहिष्कार करने का फैसला किया है.
बहिष्कार करने वाली 19 पार्टी
कांग्रेस, डीएमके, आम आदमी पार्टी, शिव सेना (यूटीबी), समाजवादी पार्टी, सीपीआई, झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरला कांग्रेस, वीसीके, राष्ट्रीय लोकदल, टीएमसी, जनता दल यूनाइटेड, एनसीपी, सीपीआई (एम), राष्ट्रीय जनता दल, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरएसपी, एमडीएमके.