पटना: बिहार विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को तीसरी और आखरी 7 नवंबर को होना है. इसके पहले चुनावी रैलियां जोर पकड़ चुकी हैं और हर पक्ष से तंज कसने और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जोरों पर है. सोमवार को सीएम नीतीश कुमार ने एक बार फिर विपक्षी नेता तेजस्वी यादव और लोकजनशक्ति पार्टी के युवा अध्यक्ष चिराग पासवान पर हमला किया. उन्होंने राजनीतिक परिवार से आने वाले दोनों नेताओं पर उनकी विरासत को लेकर हमला बोला. नीतीश ने एक ट्वीट कर लिखा, ‘जिन्हें सबकुछ विरासत में हासिल हुआ उन्हें कर्मवीरों के तप के बारे में क्या पता. हमने तो अपना सर्वस्व बिहार की इस पावन धरती के लिये समर्पित कर दिया है. सेवा करना ही मेरा धर्म है.’
बिहार के अनुभवी और मंझे हुए राजनेता नीतीश कुमार को इस बार इन अहम चुनावों में दो युवा नेताओं से टक्कर मिल रही है. राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव इस वक्त जेल में हैं और उनके बेटे तेजस्वी यादव ने मोर्चा संभाल रखा है. तेजस्वी यादव ने इन चुनावों में चुनावी कैंपेन में बेरोजगारी, शिक्षा और भुखमरी को मुद्दा बनाया है और नीतीश सरकार पर जबरदस्त हमले बोले हैं. तेजस्वी ने अपने ताजे हमले में कहा कि इस बार नीतीश कुमार की विदाई तय है. वहीं इस कार्यकाल में उनके साथी रह चुके एलजेपी ने खुद को बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन से अलग कर लिया है. चिराग पासवान अलग होने के बाद नीतीश पर कुछ ज्यादा ही हमलावर बने हुए हैं. चिराग पासवान ने आज ही एक चिट्ठी लिखकर सीधा नीतीश कुमार पर हमला किया और कहा कि वो ढोंग कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद एलजेपी और बीजेपी एक साथ सरकार बनाने वाली हैं.