मुंबई: एनसीपी (NCP) के टुकड़े कर के अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. महाराष्ट्र में अब दो उपमुख्यमंत्री के रूप में होंगें.शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद हैं. छगन भुजबल समेत 9 अन्य विधायक ने भी शपथ ग्रहण किया है.
खबरों के अनुसार अजित पवार और छगन भुजबल के साथ दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुश्रीफ, रामराजे निंबालकर, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल भाईदास पाटिल शपथ ली हैं.
बताया जाता है कि एनसीपी नेता अजित पवार के साथ राजभवन गए कुछ विधायक, पटना में विपक्षी एकता बैठक में राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने और उन्हें सहयोग करने के शरद पवार के एकतरफा फैसले से नाराज थे.
नाराज विधायको का कहना है कि बीजेपी और महाराष्ट्र सरकार एमवीए गठबंधन को तोड़ना चाहती थी, क्योंकि यह उनके सामने एक बड़ी चुनौती थी. अजित पवार ने हाल ही में कहा था कि वह नेता प्रतिपक्ष के पद पर बने नहीं रहना चाहते हैं. शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल के साथ सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था.जिसको लेकर अजित पवार मन ही मन नाराज चल रहे थे.
महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राष्ट्रवादी पार्टी ने भाजपा का साथ देने का निर्णय लिया है. उनका हम स्वागत करते हैं. आज एनसीपी के 40 से ज्यादा विधायक शामिल हो रहे हैं.
अजित पवार की बैठक पर शरद पवार ने कहा कि मुझे ठीक से नहीं पता कि यह बैठक क्यों बुलाई गई, लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते अजित पवार को विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है. वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं. मुझे इस बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है.