भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा में योग गुरु रामदेव बाबा ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में महिला पहलवानों को स्पोर्ट किया है. उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बारे में कहा है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए. आपको बता दें गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई हफ्तों से जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. रामदेव बाबा इस समय राजस्थान के भीलवाड़ा में आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर में शामिल है.
योग गुरु बोले, ‘यह बहुत ही शर्मनाक बात है कि देश के पहलवान जंतर-मंतर पर बैठे हैं और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप हैं. ऐसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए. वह आए दिन मां, बहन और बेटियों के बारे में फालतू की बातें करता है. यह अत्यंत निंदनीय दुष्ट कार्य है, पाप है.’ दिल्ली पुलिस द्वारा बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद भी उनकी गिरफ्तार नहीं किए जाने के बारे में पूछे जाने पर रामदेव ने कहा, ‘मैं केवल एक बयान दे सकता हूं. मैं उसे (जेल में) बंद नहीं कर सकता.’
रामदेव ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘मैं राजनीतिक रूप से सभी सवालों का जवाब देने में सक्षम हूं. मैं बौद्धिक रूप से दिवालिया नहीं हूं. मैं मानसिक या बौद्धिक रूप से विकलांग नहीं हूं, मेरे पास देश के लिए एक विजन है. लेकिन जब मैं राजनीतिक दृष्टिकोण से बयान देता हूं, तो मामला थोड़ा उल्टा हो जाता है और तूफान खड़ा हो जाता है.’ पहलवानों के धरने को खाप पंचायतों का समर्थन पहले ही मिल चुका है.
हरियाणा में खाप महापंचायत में फैसला लिया गया था कि 28 मई को नई संसद के सामने महिला महापंचायत होगी. इसी दिन नए संसद भवन के उद्घाटन में कोई खलल न पड़े, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने हाईअलर्ट का इंतजाम किया है.
बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक सहित शीर्ष पहलवान पिछले 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की हैं. जहां पहली प्राथमिकी नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत दर्ज की गई है, वहीं दूसरी शील के अपमान से संबंधित है, जो अन्य 6 महिला पहलवानों की शिकायत के तहत दर्ज की गई है. बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को कहा था कि ‘इन कानूनों का दुरुपयोग किया जा रहा है, इनमें कुछ खामियां हैं. संतों के नेतृत्व में हम सरकार को इसे बदलने के लिए मजबूर करेंगे.’