नई दिल्ली: भारत में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका लगाने नहीं लगेगा. केंद्र सरकार ने सुझाव खारिज कर दिया है.इससे पहले भी सरकार ने स्पष्ट किया था कि देश में सभी लोगों को फिलहाल कोरोना का टीका लगाने का कोई प्लान नहीं है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि बहुत से लोग कह रहे हैं कि आखिर देश में हर किसी को वैक्सीन क्यों नहीं दी जा रही. वैक्सीनेशन के अभियान के दो लक्ष्य हैं- मौतों को रोकना और हेल्थकेयर सिस्टम को बचाना. वैक्सीन देने का मकसद यह नहीं है कि जिसका इच्छा है, उसे टीका लगाया जाए बल्कि हम उन्हें टीका लगाने पर विचार कर रहे हैं, जिन्हें इसकी जरूरत है. मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में 50 जिले चिंता की वजह बने हुए हैं. इनमें से 30 जिले महाराष्ट्र के हैं, छत्तीसगढ़ में ऐसे 11 जिले हैं और 9 जिले पंजाब के हैं. केंद्र सरकार ने इन सभी जिलों में कोरोना से निपटने की तैयारियों की निगरानी के लिए टीमों को भेजने का फैसला लिया है. इस बीच नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि देश में महामारी का असर बढ़ा है. पहले ही सरकार की ओर से चेतावनी दी गई थी कि हालात भले सुधरे हैं, लेकिन कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए. लेकिन अब कोरोना से स्थिति बिगड़ी है और बीते साल से ज्यादा गति के साथ केस बढ़ रहे हैं. राजेश भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब समेत कई राज्यों में संकट बढ़ा है, लेकिन छोटा राज्य होने के बाद भी छत्तीसगढ़ चिंता की वजह बना हुआ है. उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ हमारे लिए चिंता का विषय है. छोटा राज्य होने के बाद भी देशभर के कुल केसों में से 6 फीसदी छत्तीसगढ़ में हैं और 3 फीसदी मौतें इस राज्य में हुई हैं. कोरोना वायरस की दूसरी लहर सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में चल रहा है.’