पटना: बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन NDA की आज (रविवार ) बैठक हुई. जिसमें नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया. नीतीश कुमार बिहार के 7वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे. राज्यपाल से नई सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद नीतीश ने कहा कि शपथग्रहण समारोह सोमवार को 4.30 बजे होगा. हालांकि मंत्रिमंडल को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं हुई है. बीजेपी के पास एनडीए में सर्वाधिक 74 विधायक हैं. जबकि जदयू के 43 विधायक. जबकि सहयोगी दल हम और वीआईपी के पास 4-4 सीटें हैं. इससे पहले बिहार में भाजपा और जदयू के बड़े प्रदेश नेताओं के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी एनडीए की इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए. आज पटना में नीतीश कुमार के आवास पर यह बैठक हुई. जिसमें नीतीश कुमार को निर्विरोध नेता चुनने के बाद एनडीए के नेता राजभवन की ओर रवाना हो गए. जहां उन्होंने नई सरकार के गठन के लिए दावा पेश किया और 126 विधायकों की लिस्ट राज्य्पाल को सौपा. राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश को नई सरकार बनाने का न्योता दिया. शपथग्रहण समारोह सोमवार शाम 4.30 बजे होगा. मंत्रिमंडल में भाजपा या जदयू के किसके ज्यादा मंत्री होंगे, इस पर स्पष्टता नहीं है. जल्द ही मंत्रिमंडल को लेकर स्थिति साफ हो सकती है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जब बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे तो नीतीश कुमार खुद आवास के बाहर उनकी अगवानी करने पहुंचे. बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जैसे वरिष्ठ नेता सामने वाली कुर्सियों पर बैठे थे. जबकि विधायकों के लिए सामने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अलग कुर्सियों का इंतजाम किया गया था. इससे पहले पटना में भाजपा और जदयू विधायक दलों की भी अलग-अलग बैठक हुई. एनडीए बैठक में भाजपा, जदयू, सहयोगी दल हम और वीआईपी (VIP) के विधायक भी शामिल हुए. कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी NDA को समर्थन दिया. एनडीए चुनाव के पहले ही नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर चुका था. भाजपा ने भी स्पष्ट तौर पर कहा था कि एनडीए में चाहे किसी भी पार्टी को ज्यादा सीटें मिलें, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे.