पटना: बिहार विधानसभा के लिए 28 अक्टूबर को पहले फेज की वोटिंग होनी है. चुनावी अखाड़े में उतरे राजनीतिक दलों के नेताओं ने विपक्षी पार्टियों पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं. जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने भी चुनाव प्रचार की बागडोर संभाल ली है. मंगलवार को उन्होंने बीजेपी पर तंज कसा. कन्हैया ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे, तब उन्हें खराब कहा जाता था. बीजेपी में जाते ही वो शुद्ध हो गए. हमने भी कह दिया है… ज्यादा देशद्रोही-देशद्रोही कहोगे, तो हम भी बीजेपी में चले जाएंगे. फिर मेरे ऊपर लगे सारे इल्जाम भी धुल जाएंगे. शुद्धिकरण हो जाएगा.’ कन्हैया ने कहा, ‘आज लगातार मुझे देशद्रोही-देशद्रोही कहकर अलंकृत किया जा रहा है लेकिन, अगर मैं आज की तारीख में बीजेपी के साथ हो जाऊं तो मेरे ऊपर लगाए गए सारे इल्जाम खत्म हो जाएंगे.’ बिना नाम लिए कन्हैया कुमार ने इन बातों को कहकर एलजेपी को भी लपेटे में लिया है. उन्होंने कहा कि आलम यह है कि एनडीए में दो गठबंधन चल रहे हैं. एक प्रत्यक्ष रूप से और एक परोक्ष रूप से. कन्हैया कुमार ने सोमवार को एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही. उन्होंने कहा कि अब बिहार में ईवीएम की जगह सीएम को ही हैक किया जा रहा है. इसलिए जनता को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है. सीधे-सीधे शब्दों में कन्हैया कुमार ने कहा कि पिछले चुनाव में जनता ने बीजेपी के विरोध में वोट किया था और नीतीश कुमार की सरकार बनी थी, लेकिन कुछ ही महीनों के बाद बीजेपी ने सीएम को ही हैक कर लिया. पूरी तरह बाजी पलट दी. इसका परिणाम यह हुआ कि जनता ठगी की ठगी रह गई. वहीं, कोरोनाकाल में बिहार में इलेक्शन कराने के फैसले पर कन्हैया कुमार ने कहा, ‘बीजेपी को लगा कि इस कोरोना संक्रमण के बीच अगर चुनाव करवा लिया जाए तो उन्हें नीतीश कुमार की बैसाखी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. वह अकेले-अकेले सरकार बनाने में सक्षम होंगे. इसी वजह से चुनाव कराने की जल्दबाजी की गई.’ बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, ‘अब जनता समझ चुकी है. जनता विकास के मुद्दों पर वोट करेगी ना कि जुमलेबाजों की.