कोलकता: पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास के बाद स्थिति का जायजा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कथित रूप से देर से पहुंचने और बैठक से तुरंत चले जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी इस पूरे मामले में बयान आया है. सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “मेरा इस तरह अपमान मत करो, बंगाल को बदनाम मत करो. मेरे सीएस, एचएस और एफएस हर समय बैठकों में भाग ले रहे हैं, वह केंद्र के लिए काम कर रहे हैं, वह राज्य की नौकरी कब करेंगे. क्या आपको नहीं लगता कि यह राजनीतिक प्रतिशोध है.” सीएम बनर्जी ने कहा कि वह बंगाल के विकास और कल्याण के लिए पीएम मोदी के पैर छूने को तैयार है. उन्होंने कहा, “मुझे बुरा लगा. PMO द्वारा प्रसारित एकतरफा जानकारी को चलाकर उन्होंने मुझे अपमानित किया. जब मैं काम कर रहा थी तब वह ऐसा कर रहे थे. सीएम बनर्जी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करती हूं कि मुख्य सचिव के इस आदेश को वापस लें और हमें काम करने दें. कुछ शिष्टाचार होना चाहिए. राज्य को केंद्र काम नहीं करने दे रहा है. बंगाल मेरी प्राथमिकता है और मैं इसे कभी खतरे में नहीं डालूंगी. मैं यहां के लोगों के लिए सुरक्षा गार्ड बनी रहूंगी.” सीएम बनर्जी ने कहा, “हमारा क्या कसूर था? पिछले दो वर्षों में संसदीय विपक्षी नेताओं की कोई आवश्यकता क्यों नहीं थी या गुजरात में विपक्षी नेताओं को (बैठकों में) क्यों नहीं बुलाया गया? मेरे (सीएम) शपथ लेने के बाद, राज्यपाल ने कानून और व्यवस्था के बारे में बात की और केंद्रीय टीमों को भेजा गया.” बीजेपी बंगाल में मिली हार को सहन नहीं कर पा रही है.