नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी में चाचा और भतीजे की लड़ाई अब चुनाव आयोग तक पहुंच गई. चिराग पक्ष वाले आज नई दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई. बैठक की शुरुआत में ही चिराग पासवान ने बैठक में आए सभी सदस्यों को पार्टी संविधान की शपथ दिलाई. पार्टी नेताओं को शपथ इस बात की दिलाई गई कि पार्टी को हर हाल में सुरक्षित रखेंगे. इस बैठक का मकसद शक्ति प्रदर्शन कर यह साबित करना है कि लोजपा कार्यकारिणी के अधिकतर नेता चिराग पासवान के साथ हैं. बैठक से पहले ही चिराग पासवान के घर के बाहर कई पोस्टर और बैनर लगाए गए थे, जिसमें लिखा है, ‘हां, हम चिराग पासवान के साथ हैं.’ मीडिया से बात करते हुए चिराग बोले कि यह लड़ाई सच्चाई की है. उन्होंने कहा कि आपने देखा कितने लोग कार्यकारिणी की बैठक में आए थे. चिराग ने कहा, “महाभारत की लड़ाई वाला हाल है मेरे साथ, अपनो के साथ लड़ना है मुझे लेकिन पार्टी की लड़ाई लड़ूंगा.” उन्होंने कहा कि 5 जुलाई को पिताजी के जन्मदिन पर हाजीपुर से इस लड़ाई की शुरुआत करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी को कोई मुझसे नही छीन सकता. इस बैठक में कार्यकारिणी सदस्यों ने चिराग पासवान पर भरोसा जताया है और पार्टी का वजूद बचाने के लिए उन्हें किसी भी तरह की कानूनी कार्यवाही के लिए अधिकृत किया है. कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि चिराग पासवान बिहार में आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे. यह यात्रा चिराग अपने पिता रामविलास पासवान की जयंती 5 जुलाई से बागी हुए चाचा पशुपति पारस के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से निकालेंगे. लोजपा कार्यकारिणी की बैठक में सदस्यों ने पशुपति पारस पर उनके बयानों और कार्यों के लिए उनकी कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि उन्होंने जनता को गुमराह करने का कार्य किया. बैठक में पारित प्रस्ताव में रामविलास पासवान को भारत रत्न दिए जाने की मांग भी की गई है. कार्यकारिणी ने चिराग पासवान के नेतृत्व में अपना समर्थन दिया है.
रामविलास पासवान के जयंती पर हाजीपुर से ‘आशीर्वाद यात्रा’ निकालेंगे चिराग पासवान, लोजपा कार्यकारिणी की मीटिंग में फैसला
