नयी दिल्ली: भारत-चीन के बीच लद्दाख में सेनाओं के गतिरोध और कम हो गया है. 31 जुलाई को 12वें दौर की कमांडर स्तर की वार्ता के बाद 4-5 अगस्त को गोगरा पोस्ट से भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट चुकी हैं. भारतीय सेना की तरफ से दोनों सेनाओं के पीछे हटने की पुष्टि की गई है. भारतीय सेना की तरफ से कहा गया है कि भारत और चीन के बीच एक संवेदनशील विवाद की समाप्ती हो गई है. सेना ने कहा, “गोगरा पोस्ट से 4-5 अगस्त को दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटीं. दोनों पक्ष अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं. दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी ढांचे और अन्य संबद्ध बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है और आपस में इसकी पुष्टि भी कर ली गई है. दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में लैंडफॉर्म (जमीन का एक प्राकृतिक रूप) को बहाल कर दिया गया है, जैसा कि गतिरोध शुरू होने से पहले था.” पिछले दौर की सैन्य वार्ता में दोनों पक्षों ने हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में सैनिकों की वापसी की दिशा में आगे बढ़ने के रास्तों पर चर्चा की थी जिसका व्यापक उद्देश्य क्षेत्र में तनाव को कम करना था. हालांकि सैनिकों की वापसी की दिशा में कोई और प्रगति नहीं हुई थी. इससे पहले दोनों पक्षों ने सिलसिलेवार सैन्य एवं कूटनीतिक वार्ता के बाद पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणी किनारों से सैनिकों और हथियारों को हटाने की प्रक्रिया फरवरी में ही हो गई थी.