नीति आयोग सीईओ अमिताभ कांत ने प्राइवेट ट्रेनों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा यात्रियों को बेहतर सुविधा के साथ रेलवे और निवेशकों को बेहतर रेवेन्यू मिल सकेगा

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नई दिल्ली: नीति आयोग सीईओ अमिताभ कांत ने आज रेल मंत्रालय द्वारा ट्रेनों के निजीकरण को लेकर कई बातें कही हैं. वे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांत ने कहा कि रेलवे के इस पहल से देश में आधुनिक तकनीक पर आधारित ट्रेन चला सकेंगे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी शामिल रहे. कांत ने बताया कि प्राइवेट कंपनियां रेलवे के इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करेंगी. इस भारतीय रेलवे और निवेशकों को भी फायदा होगा. नीति आयोग के सीईओ ने कहा, ‘109 जगहों से शुरू होने वाली ट्रेनों पर विचार कर रहे हैं. यह 12 क्लस्टर्स में होगा और जिसमें कुल 151 ट्रेनें होंगी. इन्हें पारदर्शी और प्रति​स्पर्धी बिडिंग के जरिए लाया जाएगा. जिन रूट्स पर पैसेंजर्स डिमांड कम होगी, वहीं प्रीमियम पैसेंजर सर्विसेज की भी सुविधा दी जाएगी. सबसे पहले 12 प्राइवेट ट्रेनों को 2023 में शुरू कर दिया जाएगा. इसके अगले वित्त वर्ष में 45 ट्रेनें और शुरू की जाएंगी. शुरुआती टाइमलाइन के अनुसार, 2027 तक सभी 151 ट्रेनों को शुरू कर दिया जाएगा. 8 जुलाई को रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (RFQ) को फ्लोट कर दिया गया था. इसपर नवंबर तक अंतिम फैसला ले लिया जाएगा. इसके बाद मार्च 2021 में फाइनेंशियल बिडिंग खोली जाएगी और अप्रैल 2021 तक बिडर्स को चुन लिया जाएगा. जो बिडर्स ग्रॉस रेवेन्यू में सबसे ज्यादा हिस्सा कोट करेंगे, उहनें प्रोजेक्ट के लिए चुना जाएगा.
मार्केट के हिसाब से तय होगा प्राइवेट ट्रेनों का किराया
कांत ने कहा कि प्राइवेट ट्रेनों का किराया मार्केट के हिसाब से तय किया जाएगा. पैसेंजर्स को वैल्यू एडेड सर्विस भी मुहैया कराई जाएंगी. प्राइवेटाइजेशन से रेलवे को करीब 30 हजार करोड़ रुपये के निजी निवेश आने की उम्मीद है. इसके अलाव अमिताभ कांत ने कहा कि अगले साल के आखिर तक 50 रेलवे स्टेशनो का रिडेवलपमेंट किया जाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम रेलवे का निजीकरण नहीं कर रहे हैं. निजी कंपनी रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करेगी. उन्होंने कहा कि प्राइवेट बैंक आने के बाद SBI बंद नही हुआ है. इंडिगो, विस्तारा आने के बाद एयर इंडिया बंद नही हुआ है. ऐसे ही प्राइवेट ट्रेन आने के बाद भारतीय रेल बंद नही होगी, बल्कि क्षमता और प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगा. इस दौरान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि मार्च 24 तक हाई डेंसिटी रुट्स पर डबलिंग, ट्रिपलिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा कर लेंगे. उन्होंने बताया कि गांधी नगर और हबीबगंज स्टेशन दिसंबर 2020 तक रिडेवलप हो जाएंगे. स्टेशनों पर देनें होंगे यूजर चार्ज यात्रियों को ऑन डिमांड टिकट बुक कराने की सुविधा भी मिलेगी. एयरपोर्ट की तरह रेलवे स्टेशनों पर भी यूजर चार्ज लगेगा. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के लिए यूजर चार्ज ज़रूरी है. आने वाले 5 सालों में जहां फुटफॉल बढ़ने की उम्मीद है, वहां यूजर चार्ज लगाया जाएगा. 7 हज़ार स्टेशनों में कुल 10-15% स्टेशनों पर लगेगा यूजर चार्ज

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