मुंबई: महाराष्ट्र सरकार में कुर्सी को लेकर डर का माहौल बना हुआ है. पिछले एक साल से ठीक ठाक चल रहे सरकार में अजित पवार की एनसीपी की एंट्री से शिंदे और उनके शिवसेना विधायकों को टेंशन हो गया है. अजित पवार और 8 राकांपा विधायकों को कैबिनेट में शामिल किए जाने से शिंदे के विधायक नाराज होने की बात कही जा रही है. खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपने विधायकों को शांत करने के लिए नागपुर दौरा बीच में छोड़कर मुंबई लौटना पड़ा. सूत्रों के मुताबिक, शिंदे की उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत के बाद दो हिस्सों में बंटी शिवसेना में और भी विभाजन देखने को मिल रहा है, क्योंकि सीएम के खेमे के विधायक दो समूहों में बंट गए हैं- वे जिनके पास मंत्री पद है और वे जो मंत्री बनने के लिए कैबिनेट विस्तार का इंतजार कर रहे हैं.
अजित पवार की एंट्री और उपमुख्यमंत्री बनने 8 राकांपा विधायकों के शपथ ग्रहण से शिवसेना के बागी विधायकों झटका लगा है.क्योंकि मंत्रीमण्डल का विस्तार होने पर मंत्री पद मिलने की उम्मीद थी.जो एनसीपी की एंट्री से दूर होता दिख रहा है. इसको लेकर एकनाथ शिंदे खेमे के विधायक महाराष्ट्र के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम से नाराज हैं. खबरों के अनुसार, मंगलवार को बर्थ आवंटन के मुद्दे पर पार्टी के 2 विधायक आपस में भिड़ गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री शिंदे को मंगलवार देर रात नागपुर से लौटना पड़ा, जहां वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेने गए थे.
लौटने ही बुधवार को विधायकों की आपात बैठक बुलाई.
जिसमे विधायकों ने कथित तौर पर सरकार में एनसीपी विधायकों की एंट्री पर नाराजगी जताई और विधायकों ने सीएम से स्पष्ट रूप से पूछा कि कैबिनेट का विस्तार कब होगा और अब शिवसेना को कितनी सीटें मिलेंगी क्योंकि अजित पवार भी कैबिनेट में एनसीपी की हिस्सेदारी मांगेंगे. बताया जाता है कि कुछ विधायकों ने यह भी मांग की है कि जिन मंत्रियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं है, उनकी जगह नए चेहरों को लाया जाए. एकनाथ शिंदे अब खुद को मुश्किल स्थिति में पा रहे हैं, क्योंकि विस्तार में शिवसेना को केवल तीन या चार सीटें मिलने की संभावना है.
बैठक में शामिल शिवसेना के एक विधायक का कहना है कि शिंदे ने सभा को आश्वासन दिया कि कैबिनेट विस्तार जल्द ही होगा और वह डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस के साथ शिवसेना के लिए सीटों की संख्या बढ़ाने पर चर्चा करेंगे.
राजनीति विश्लेषक का कहना है कि आने वाले कुछ महीनों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बदल जायेगा. इसीलिए अजित पवार की एंट्री हुई है.आने वाला दिन में बीजेपी के देवेंद्र फड़नवीस फिर से एकबार मुख्यमंत्री बनेगें.