नई दिल्लीः जनवरी 2021 में भारत को कोरोना वैक्सीन मिलने जा रही है. ऐसे में वैक्सीन आने से पहले सरकार अपनी पूरी तैयारी कर लेना चाहती है. इसलिए शनिवार 2 जनवरी को भारत के सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. ये ड्राई रन सिलेक्टेड साइट्स पर किया जाएगा.
इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की. इससे पहले देश के चार राज्यों के दो दो ज़िलों में कोरोना वैक्सीन से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए ड्राई रन किया गया. ड्राई रन का 2 जनवरी को सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा किया जाएगा. ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं. सभी राज्यों में होनेवाले ड्राई रन 20 दिसंबर 2020 को मंत्रालय द्वारा जारी ऑपरेशनल गाइडलाइन के अनुसार होगी. हर तीन सेशन साइट के लिए, संबंधित चिकित्सा अधिकारी प्रभारी यानी चीफ मेडिकल ऑफिसर 25 परीक्षण लाभार्थियों (हेल्थकेयर वर्कर्स) की पहचान करेंगे. राज्यों को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन लाभार्थियों का डेटा Co Win में अपलोड किया गया है. ये लाभार्थी ड्राई रन के लिए सेशन साइट पर भी उपलब्ध होंगे. स्टेट्स और यूटी हेल्थ केयर वर्कर लाभार्थियों के डेटा को अपलोड करने सहित Co Win एप्लीकेशन पर बनाए जाने वाले सुविधाओं और उपयोगकर्ताओं को तैयार करेंगे. ड्राई रन उसी तरह होगा जिस तरह वैक्सीन आने पर टीका कारण में बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी. इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा, उसेCo Win ऐप पर अपलोड किया जाएगा. माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेटमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण होगा. इसके अलावा टीकाकरण के बाद किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाओं AEFI यानी एडवरस इफेक्ट फॉलोविंग इम्यूनाइजेशन के प्रबंधन पर ड्राई रन का एक महत्वपूर्ण ध्यान केंद्रित किया जाएगा. वैक्सिनेशन के लिए लगभग 96,000 वैक्सीनेटरों को प्रशिक्षित किया गया है. प्रशिक्षकों के राष्ट्रीय प्रशिक्षण में 2,360 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है और 719 जिलों में जिला स्तर के प्रशिक्षण में 57,000 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है. इसे पहले चार राज्यों में ये ड्राई रन हुआ था. ये चार राज्य थे पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात. इन चारों राज्यों के 2 जिलों में पांच जगहों पर यह ड्राई रन किया गया था. इस ड्राई रन का मकसद है वैक्सिनेशन से पहले सारी तैयारियों का जायज़ा लेने और कोई कमी हो तो उसमे सुधार करना.