नई दिल्ली: देश में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ पूरे होने पर बीजेपी सरकार ने इसे बड़ी उपलब्धि बताकर वाहवाही लूट रही है, वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. हालांकि, इससे पहले कल दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस अवसर पर सभी देशवासियों, डॉक्टरों, नर्सों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बधाई देते हुए इसकी तारीफ की थी. मनीष सिसोदिया ने आज ट्वीट कर कहा, ”100 करोड़ वैक्सीन लगने पर फख्र करते हुए हमें यह भी याद रखना चाहिए कि अगर केंद्र सरकार समय रहते वैक्सीन के इंतजामम में लग गई होती और विदेशों में वैक्सीन भेजकर वाहवाही लूटने के लालच में न पड़ी होती तो हमारी मेडिकल टीमें छह महीने पहले ही 100 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर चुकी होतीं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 वैक्सीन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार होने पर कहा था कि भारत ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने टीकाकरण की इस उपलब्धि को भारतीय विज्ञान, उद्यमों और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की जीत करार दिया. इस उपलब्धि को हासिल करने के मौके पर प्रधानमंत्री राम मनोहर लोहिया अस्पताल भी पहुंचे. उन्होंने वहां अस्पताल के अधिकारियों, कर्मियों और कुछ लाभार्थियों के साथ बातचीत की. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी उनके साथ मौजूद थे. मांडविया ने एक ट्वीट करके देश को यह उपलब्धि हासिल करने पर बधाई दी और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व का परिणाम है. इस दौरान मांडविया ने लाल किले पर गीत और फिल्म जारी की. लाल किले पर देश का सबसे बड़ा खादी तिरंगा प्रदर्शित किया गया, जिसका वजन करीब 1,400 किलोग्राम है. इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है. यही तिरंगा दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर लेह में फहराया गया था. केंद्र सरकार के कई अस्पतालों पर बैनर लगाए गए और इस खास अवसर पर टीका लगवाने आए लोगों और अस्पताल कर्मियों को नाश्ता भी दिया गया. गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में टीकाकरण मुहिम शुरू होने के 85 दिन बाद तक 10 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी थीं, इसके 45 और दिन बाद भारत ने 20 करोड़ का आंकड़ा छुआ और उसके 29 दिन बाद यह संख्या 30 करोड़ पहुंच गई. देश को 30 करोड़ से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे और इसके 20 और दिन बाद छह अगस्त को देश में टीकों की दी गई खुराकों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ पहुंच गई. इसके बाद उसे 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 76 दिन लगे.