पटना: बिहार विधानसभा में आज उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने साल 2021-22 का बजट पेश किया. बिहार के वार्षिक बजट को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संतुलित बताया है, वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस बजट को झूठ का पुलिंदा करार दिया. बिहार बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बयान जारी कर कहा कि, यह बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाया गया है और यह बजट पूरी तरह संतुलित है. उन्होंने कहा कि साल 2005 से अब तक राज्य की अर्थव्यवस्था में विकास की दर डबल डिजिट में रही है. उसे यह बजट और गति देगा. जबकि तारकिशोर प्रसाद द्वारा पेश किए गए बजट का व्यय 2,18,302.71 करोड़ रुपये है, जिसमें राज्य के विकास योजना मद में 1,00,518.86 करोड रुपये व स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय में 1,17,783.84 करोड़ रुपये हैं. वही आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने इस बजट को झूठ का पुलिंदा बताया. विधानसभा परिसर के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में सिर्फ घोषणा और जुमलेबाजी है. बजट में पढ़ाई, सिंचाई, दवाई और कमाई को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई है. उन्होंने बजट में 20 लाख लोगों को रोजगार देने के प्रस्ताव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार ने नौकरियां देने के बारे में नहीं बल्कि रोजगार सृजन की बात की है. यादव ने 20 लाख रोजगार सृजन का ब्लूप्रिंट मांगा. उन्होंने कहा कि कई नियुक्तियां पहले से ही अधर में लटकी हैं. तेजस्वी ने मैट्रिक के प्रश्नपत्र लीक को लेकर सरकार को फिर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है. उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र लीक मामले में पत्रकारों पर मामला दर्ज किया जा रहा है, लेकिन दोषी को पकड़ा नहीं जा रहा है. तेजस्वी ने इस मामले में शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की.