जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन के सा मीटिंग हुई, जिसमें मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और राजस्थान की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा की गई. सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी के आवास 12 तुगलक लेन पर करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद अब राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि गहलोत की कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक से कुछ घंटे पहले उनके प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई. इस बैठक के बाद पायलट ने दो टूक कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाने वाले कार्यकर्ताओं को भागीदारी मिलनी चाहिए और यह काम जल्द होना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री गहलोत के बीच बैठक के बाद कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने राजस्थान के राजनीतिक हालात पर विस्तार से चर्चा की. सिर्फ मंत्रिमंडल की ही नहीं, 2023 में हम लोग कैसे जीतकर वापस आएंगे, इस बारे में भी चर्चा हुई.’’ उधर, राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों पर सचिन पायलट ने कहा कि ‘‘मैं फिर दोहरा रहा हूं कि अब लगभग तीन साल हो गये है, जो कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं जिन्होंने कांग्रेस के लिये सबकुछ कुर्बान किया, जिन्होंने सरकार बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन्हें लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सब नेता लोग तो भाषण देकर आते हैं लेकिन वे लोग तो बूथ पर खड़े होकर कांग्रेस का झंडा उठाकर उनके लिये लड़ाई लड़ते हैं, उन लोगों को उचित मान सम्मान देने की लड़ाई और संघर्ष की बात मैंने शुरू में रखी थी और मैं आज भी इस पर कायम हूं चाहे राजनीतिक नियुक्तियां हो या भागीदारी की बात हो.’’ सचिन पायलट ने कहा कि ‘‘जिन्होंने समर्पित भाव से भाजपा की सरकार को हराने का काम किया है, इतने सारे कार्यकर्ता को लगना चाहिए कि सरकार में उनकी भागीदारी है और यह सुनिश्चित करने के लिये इसी बात को प्रदेश अध्यक्ष भी कहते हैं और मैं भी कहता हूं.”उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बहुत जल्द यह करना चाहिए क्योंकि राजस्थान में चुनाव सिर्फ 22-23 महीने दूर रह गये. इस बात पर चर्चा हुई और मुझे लगता है बहुत जल्द अच्छे निर्णय लिये जायेंगे.’