बिहार के गोपालगंज में सत्तरघाट पुल का एक भाग ढह गया हैँ, नीतीश सरकार के मंत्री नन्द किशोर यादव ने बेतुका बयान दिया हैँ. बोले -ये प्राकृतिक आपदा हैँ, इसमें सड़कें बह जाती हैँ, पुल भी टूट जाते हैँ
गोपालगंज में सत्तरघाट पुल का एक भाग ढहा
बिहार के गोपालगंज जिले में सत्तरघाट पुल का एक भाग ढह गया हैँ, जो बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर छपरा को जोड़ती हैँ. इस घटना के बाद प्रदेश के पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव का बेतुका बयान दिया हैँ जिसमें उन्होंने कहा है कि ये प्राकृतिक आपदा है, इसमें सड़कें बह जाती है पुल भी टूट जाते हैँ.
बिहार पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव ने कहा है कि सत्तरघाट पुल में 3 छोटे ब्रिज हैँ. सत्तरघाट ब्रिज से 2 किलोमीटर दूर छोटे ब्रिज का अप्रोच केवल पानी के तेज बहाव से कटा हैँ. सम्पूर्ण सत्तरघाट पुल को कोई हानि नहीं पंहुचा हैँ. उनका कहना हैँ कि पानी के बढ़ने से ऐसी स्थितियां हो जाती हैँ. जैसे ही पानी का बहाव कम होगा. वैसे ही जल्द ठीक किया जायेगा.
16 जून को किया गया था उद्धघाटन, 29 में ही 264 करोड़ पानी में बह गया
बिहार के गंडक नदी में आई हुईं बाढ़ के कारण गोपालगंज जिले में बैकुंठपुर के फैजुल्लापुर में छपरा-सत्तरघाट का मुख्य पथ को जोड़ने वाली पुल का एक भाग गिर गया है. इस पुल का निर्माण 2012 में शुरू किया गया था और 264 करोड़ की लगता से पुल बनकर तैयार हुआ था जिसे पिछले महिने 16 जून को नीतीश कुमार ने वर्चुअल तकनीक के द्वारा महासेतु का उद्धघाटन किया गया. उद्धघाटन के ठीक 29 दिन बाद ही पुल को जोड़ने वाले पथ का एक भाग ढह गया हैँ. नीतीश सरकार के खजाने के 264 करोड़ पानी में बह गए. बिपक्षी पार्टी ने सरकार पर हमला बोला, 8 सालों में 264 करोड़ की लागत और मेहनत 29 दिन में पानी में चली गयी, लेकिन सरकार का विकास का राग अभी भी कम नहीं हुआ.
तेजस्वी ने बोला हमला, नीतीश को भ्र्ष्टाचार का भीष्म पितामह कहा
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि 264 करोड़ रूपये के लागत से 8 सालों में बना पुल सिर्फ 29 दिन में ही गिर गया नीतीश सरकार के सारे मंत्री भ्रष्ट और लूटेरे हैँ, सबका सरदार नीतीश कुमार भ्रस्टाचार के भीष्म पितामह है. इस पर वे कुछ नहीं बोलेंगे. तेजस्वी ने पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करने की बात बोला हैँ. बिहार में सिर्फ लूटेरा राज हैँ.