किसान बिल 2020: किसान बिल को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेता आज करीब शाम पांच बजे राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलेंगे. विपक्षी पार्टी जिन्होंने कल राज्यसभा सत्र का बहिष्कार किया था, ने आज सदन में LoP गुलाम नबी आज़ाद के कार्यालय में एक बैठक बुलाई थी. संसद में पारित कृषि विधेयकों पर आगे की रणनीति को लेकर चर्चा में यह तय हुआ कि इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की जाए. मुलाकात के दौरान विपक्षी दल कृषि बिल पर स्वीकृति नहीं देने की अपील कर सकते हैं. इससे पहले मंगलवार को मीडिया के अनुसार राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने बताया था कि उन्होंने कृषि बिल को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को चिट्ठी भी लिखी है. जिसके अनुसार, ‘‘हमने कल राष्ट्रपति जी को लिखा है कि जो विधेयक पारित हुए हैं उनमें प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया. ऐसे में वह इनको स्वीकृति नहीं दें.”
कृषि बिल के विरोध में जहां विपक्ष लामबंद है तो वहीं किसान भी सड़कों पर नजर आ रहे है. दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि इस बिल के माध्यम से किसानों को पहले से अधिक स्वतंत्रता मिलेगी और उनके मुनाफे में भी वृद्धि होगी. राज्य सभा ने रविवार को आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 को मंजूरी दी. इसके अलावा किसान उत्पादन व्यापार एवं वाणिज्य (प्रोत्साहन एवं सुविधा) विधेयक 2020 तथा किसान (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) मूल्य आश्वासन का समझौता एवं कृषि सेवा विधेयक 2020 को भी मंजूरी प्रदान की. इन विधेयकों को पिछले हफ्ते लोकसभा पारित कर चुकी है. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही यह कानून का रूप ले लेंगे.